Iex share news latest, EX शेयर 23% टूटा, 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचा: जानिए गिरावट की बड़ी वजह
Iex share news latest, EX शेयर 23% टूटा, 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचा: जानिए गिरावट की बड़ी वजह:
भारतीय ऊर्जा विनिमय (IEX) के शेयरों में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली। बीएसई पर यह शेयर 23% की तेज गिरावट के साथ 52-सप्ताह के निचले स्तर 144.65 रुपये तक लुढ़क गया। इस गिरावट के पीछे जो वजह सामने आई है, वह है CERC (सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन) द्वारा घोषित “मार्केट कपलिंग” की योजना।
क्या है मार्केट कपलिंग और क्यों घबराए निवेशक?
मार्केट कपलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मूल्य खोज (Price Discovery) को अलग-अलग एक्सचेंजों से हटाकर एक सेंट्रल क्लियरिंग इंजन को सौंपा जाता है। अब तक, IEX जैसी निजी एक्सचेंजों को यह स्वतंत्रता थी कि वे अपने प्लेटफॉर्म पर बिजली की कीमत तय करें। लेकिन नए नियम लागू होने के बाद अब यह अधिकार उनसे छीन लिया जाएगा।
इस कदम से IEX का व्यापार मॉडल पूरी तरह से बदल सकता है। IEX लंबे समय से DAM (Day Ahead Market) और RTM (Real Time Market) सेगमेंट में बाजार की सबसे बड़ी खिलाड़ी रही है, लेकिन अब इस दबदबे को खतरा है।
निवेशकों की प्रतिक्रिया क्यों रही इतनी तीव्र?
- व्यवसाय मॉडल पर असर: IEX का रेवेन्यू मॉडल मुख्यतः मूल्य खोज और ट्रेडिंग वॉल्यूम पर आधारित रहा है। अब जब मूल्य निर्धारण का नियंत्रण केंद्रीय व्यवस्था को दे दिया गया है, तो IEX का राजस्व और लाभप्रदता पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।
- भविष्य की अनिश्चितता: निवेशकों को यह स्पष्ट नहीं है कि नया सिस्टम लागू होने के बाद IEX का स्थान क्या होगा। यही कारण है कि उन्होंने बड़े पैमाने पर बिकवाली की।
- क्यू1 FY26 रिजल्ट का इंतजार: कंपनी के वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे आने बाकी हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि IEX इस मुद्दे पर पारदर्शिता के साथ दिशा देगी।
क्या कहता है एक्सपर्ट पैनल?
विश्लेषकों का मानना है कि:
- मार्केट कपलिंग से प्रतिस्पर्धा घटेगी और दाम की पारदर्शिता बढ़ेगी, लेकिन इसका नुकसान उन एक्सचेंजों को होगा जो मूल्य निर्धारण के जरिए मार्जिन कमाते थे।
- IEX के लिए रणनीतिक बदलाव जरूरी है, जिससे वह नए सिस्टम में भी प्रासंगिक बनी रहे।
- छोटे निवेशकों के लिए यह समय भावनात्मक निर्णय से बचने का है।
IEX का जवाब और आगे की रणनीति
IEX ने इस मुद्दे पर अब तक कोई विस्तृत बयान जारी नहीं किया है, लेकिन कंपनी के करीबी सूत्रों का कहना है कि वे CERC के फैसले का विश्लेषण कर रहे हैं और नियामक के साथ संवाद बनाए हुए हैं।
कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि IEX भविष्य में सॉफ्टवेयर, तकनीकी समाधान और एनालिटिक्स जैसे वैकल्पिक सेवाओं की ओर झुक सकती है ताकि अपने बिजनेस मॉडल को डायवर्सिफाई कर सके।
निवेशकों के लिए क्या रणनीति हो?
- लॉन्ग टर्म निवेशक: यदि आपने IEX में लंबे समय के लिए निवेश किया है, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। कंपनी की मौजूदा फंडामेंटल्स मजबूत हैं और यह बदलाव एक प्रक्रिया है।
- शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स: उतार-चढ़ाव का यह दौर ट्रेडिंग के लिए जोखिम भरा हो सकता है। सावधानीपूर्वक निर्णय लें।
- नए निवेशक: निवेश करने से पहले कंपनी की Q1FY26 रिपोर्ट और आगे की रणनीति का इंतजार करें।
Iex share news latest, EX शेयर 23% टूटा, 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचा: जानिए गिरावट की बड़ी वजह:
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